Rhinoceros 'गैंडा"

Rhinoceros "गैंडा "
                                                   
दोस्तों,                                                                जिस  जंगली  जानवर  की  नाक  पर  एक  सींघ  या  कहीं  कहीं  दो  सिंघे  पायी  जाती है जिसमे  एक  छोटी  तथा  दूसरी  बड़ी  , उसे  गैंडा कहा  गया  हैं, या  दुसरे  शब्दों  में  हम यह  कह सकते  हैं  की  सींघ  वाले  जानवर  को  ही  गैंडा  कहा  गया  हैं . गैंडा  को  अंग्रेजी  में  Rhinoceros कहा  जाता  हैं ! दोस्तों  इसकी  बनावट  बहुत  अजीबो गरीब  होती  हैं,  वैसे  तो सभी  गैंडे  बहुत  प्रसिद्ध  होते हैं  पर  उनमें  भी  भारतीय  गैंडे  और  सफ़ेद  गैंडे  कुछ  अलग  प्रकार  से  विशेष हैं !

RHINOCEROS

Rhinoceros 
गैंडा  बहुत  अजीबो  गरीब  जानवर  है  तथा  इसकी  बनावट  तो  उससे  भी  अजीब , हांथी के  बाद  दूसरा  सबसे बड़ा  जानवर  होता  है ! गैंडा ! ऐसा  कहा  गया  है  की  पिछले  5000 सालों  से   गैंडा  इस  धरती  पर  है  व  इनकी  5 पांच  प्रजातिया  दुनिया  मे  पायी  जाती  है ! जिनमें  तीन प्रजातियां  एशिया  मे  पायी  जाती  है  तथा  2 प्रजातियां  अफ्रीका  में  पायी  जाती  है !
इनकी  पांचो  प्रजातियां  कुछ  इस  तरह  है -
1. काला  गैंडा 
2.भारतीय  गैंडा 
3.सुमन्त्रण  गैंडा,
4.जावन  गैंडा, 
5.सफ़ेद  गैंडा  इत्त्यादि.. 
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Rhinoceros 
गैंडा एक  शान्ति प्रिय  जानवर  है  और  अकेले  रहना  ही  पसंद  करता  है, कुछ  वैज्ञानिको  के अनुसार  गैंडा  का इतिहास ,लगभग  5करोड़ साल  पुराना  है, गैंडे  के  शरीर  की  बनावट  बहुत  अचंभित  करने  वाली  होती  है  इनके  शरीर  का  पूरा  भार  इनके  चारो  पैरो  पर  टिका  हुआ  होता  है  गैंडे  की  शरीर  की  खाल  बहुत  मज़बूत  होती  है  जो  इसे   कटीली  झाड़ियों  से  तथा हर  मौसम  मे   इसकी  विभिन्न  प्रकार  से  रक्षा  करती  है,  गैंडे  को  पानी  मे  तैरना  बहुत  अच्छा  लगता  है , इसकी  नज़र  इतनी  अच्छी तो  नहीं  होती  है  लेकिन  इनकी  सूंघने  की  छमता  बहुत  ज्यादा  होती  है!  गैंडा  ज्यादातर  मानसून वाले  छेत्रों  तथा  ज्यादा  बरसात  वाले  जगहों  पर  रहना  पसंद  करते  है !  गैंडे  की  सुनने , तथा  सूंघने  की  शक्ति  बहुत  अधिक  तथा  देखने  की  शक्ति  बहुत  कम  होती  है !  एक  गैंडे  का  शरीर  बहुत  भारी  होता  है ,, अपने  इतने  भारी  शरीर के  साथ  भी गैंडा 45-50 किमी.  की  रफ्त्तार  के  साथ  दौड़  सकता  है !
भारतीय गैंडा 
गैंडे  के  झुंड  को क्रेश  कहते  है , ये  आपस  मे  ही  बहुत  लड़ाई  करते  है  और  तब  तक  लड़ते  रहते  है  जबतक  की इनकी  मौत  ना हो जाये !
एक  मादा  गैंडा का  गर्भकाल  लगभग 14-18 महीने  तक  का  होता  है,  तथा  हथिनी की  तरह  ये  भी एक  बार  मे सिर्फ  एक  ही  बच्चे  को  जन्म  देती  है, जन्म  से  कुछ  दिनों  तक  बच्चे  के  सींग  नहीं  होते, तथा  कुछ  दिनों  बाद  ये  अपने  आप  विकसित  हो  जाते  है !  लगभग  40 दिनों  के  बाद  इनके  सिंग्घ  निकल  आते  है , गैंडे का बच्चा  लगभग   एक  साल  तक  दूध पीता  है ! एक  गैंडा  घास  फूस , तथा  जंगली  वनस्पति   खाता  है  तथा  कंदमूल  फल  भी  इनको  बहुत  पसंद  होते  है !


Rhinoceros
एक  गैंडे  का  वजन लगभग  2 से  2.50 टन  होता  है  तथा  कुछ  गैंडे  तो  लगभग  3.50 टन  के  भी  होते  है, कहने  को  तो  गैंडे  की  त्वचा  बहुत  मज़बूत  होती  है  लेकिन  बहुत  ही  सेंसिटिव  होती  है  इसी  लिए  गैड़ा  गर्मियों  के  मौसम  मे  ज्यादातर  कीचड़  मे  लेटे  रहते  है  जिससे  की  ये  धूप  से  बचे  रहे !  सफ़ेद  गैंडे   अफ्रीका  मे  पाए  जाते  है  लेकिन  ये  पूरी  तरह  सफ़ेद  ना  होकर  भूरे  होते  है !गैंडा  11 फिट  लम्बा  तथा  6 फिट  ऊँचा  जानवर  होता  है, गैंडे  की  उम्र  लगभग  50 वर्ष  मानी  गयी  है !
भारतीय  गैंडे  की  खाल  गुलाबी  मोटी  सिलवटों  वाली  होती  है, इसके  ऊपरी  पैर  और  कंधे  मस्से  जैसे  थक्को  से  धके  होते  है  इनके  शरीर  मे  बाल  बहुत ही  काम  पाए जाते  है, इनकी  सिंग्घ  लगभग  9.8 इंच  की  होती  है  ! हम कह  सकते  है  की   गैंडा  भारत  के  लिए  एक  वरदान  से  कम   नहीं  है !!

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